देहरादून: आंगनबाड़ी केंद्र आने वाले दिनों में पांच हजार से अधिक महिलाओं के लिए रोजगार के द्वार खुलने वाले हैं। राज्य में 5120 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में उच्चीकृत करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनमें प्रत्येक में एक-एक सहायिका की नियुक्ति की जाएगी। ऐसे में महिलाओं को नौकरी का मौका मिलने जा रहा है। महिला सशक्तीकरण और बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी।
उन्होंने आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता और सहायिकाओं के रिक्त पदों का ब्योरा भी मांगा है। साथ ही इन पर नियुक्ति के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
मंत्री रेखा आर्या के अनुसार राज्य में संचालित 5120 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में उच्चीकृत करने की केंद्र सरकार ने सहमति दे दी है। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक केंद्र से स्वीकृति मिलने पर इन मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का उच्चीकरण शुरू हो जाएगा। यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता के साथ सहायिका की भी नियुक्ति होती है। इस प्रकार मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के उच्चीकृत होने पर वहां 5120 महिलाओं को सहायिका के रूप में रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता व सहायिकाओं के पद रिक्त चल रहे हैं। हाल में 167 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नत हुई हैं। ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के ये पद रिक्त हुए हैं। कुछ पद पहले से खाली हैं।
अधिकारियों से सभी जिलों में आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त चल रहे कार्यकर्ता व सहायिकाओं के पदों का ब्योरा मांगा गया है। साथ ही इन पर नियुक्ति के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का मंशा स्पष्ट है कि किसी भी आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता व सहायिका का पद रिक्त न रहे।
More Stories
उत्तराखंड : UKPSC, मई 2024 तक की परीक्षाओं की तारीखें तय, यहां देखें
सरकारी नौकरी : नेवी में 900+ पदों पर भर्ती, आवदेन शुरू, ये है लास्ट डेट
सरकारी नौकरी : नर्सिंग भर्ती परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी, इस दिन से शुरू होंगे आवेदन